पूर्व कप्तान स्मृति मंधाना ने कहा- पुरुष क्रिकेट से होती है कमाई, इसलिए महिलाओं को समान सैलरी की बात सही नहीं

महिला क्रिकेट टीम की पूर्व कप्तान स्मृति मंधाना ने बुधवार को कहा कि उन्हें पुरुष खिलाड़ियों के मुकाबले कम सैलरी मिलने से कोई परेशानी नहीं। मंधाना ने कहा, ‘‘मैं समझती हूं कि महिला खिलाड़ियों की जो कमाई होती है, वह पैसा पुरुष क्रिकेट से ही आता है। जिस दिन महिला क्रिकेट अपने बूते कमाई करने लग जाएगा। मैं सबसे पहले समान सैलरी की बात कहूंगी।’’


बीसीसीआई सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट की सबसे ऊंची श्रेणी (ए+) में आने वाले पुरुष क्रिकेटरों को अनुबंध के तौर पर साल के 7 करोड़ रुपए देता है। इसमें विराट कोहली, जसप्रीत बुमराह और रोहित शर्मा शामिल हैं। वहीं, इस श्रेणी में आने वाली महिला क्रिकेटर को सैलरी के रूप में सालाना 50 लाख रुपए मिलते हैं। स्मृति मंधाना भी इसी श्रेणी में आती हैं। उनके अलावा हरमनप्रीत कौर और पूनम यादव शामिल हैं। 


टीम का कोई भी खिलाड़ी इस अंतर के बारे में नहीं सोच रहा : मंधाना


मंधाना ने कहा, ‘‘मुझे नहीं लगता कि हमारी टीम का कोई भी खिलाड़ी फिलहाल इस अंतर के बारे में सोच रहा होगा। हमारा पूरा ध्यान भारत के लिए मैच जीतने और लोगों को मैदान पर लाने पर है। क्योंकि इसी से राजस्व आएगा।’’ उन्होंने कहा कि इसके लिए हमें अच्छा प्रदर्शन करना होगा। हमारे लिए यह कहना सही नहीं होगा कि हमें समान सैलरी चाहिए।